दोस्तों, आज हर कंपनी अपने प्रोडक्ट की सेल्स को बढ़ाने के लिए एडवरटाइजमेंट्स पर करोड़ों रुपया खर्च करते हैं। इन कंपनी को काफी मुनाफा भी होता है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि इन प्रोडक्टों के कॉस्टली होने का एक कारण यह एडवरटाइजमेंट्स भी हैं। लेकिन दोस्तों, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में एक ऐसी भी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है जो अपने प्रोडक्ट को एडवर्टाइज नहीं करती फिर भी उनकी गाड़ियां करोड़ों की होती हैं। जिन्हें एक आम इंसान चाह कर भी नहीं खरीद सकता।
एक ऐसी ही कंपनी है लंबोर्गिनी! दोस्तों, कैसे एक जिद की वजह से ये कंपनी बन गई यह मैंने आपको पिछले एपिसोड में बताया था लेकिन इस कंपनी के बारे में यह फेक्ट है कि ये एडवर्टाइजमेंट पर विश्वास नहीं रखते । लेंबोर्गिनी बिना एडवर्टाइज किए ही हर साल हजारों गाड़ियां बेचती है ।
इस कंपनी का यह मानना है कि जिस लेवल के कस्टमर उनके पास आते हैं वह ना तो टेलीविजन देखते हैं और ना ही न्यूज़ पेपर पढ़ते हैं ऐसे में वह अपना पैसा क्यों बर्बाद करें । वहीं दूसरी ऐसी कार कंपनी है जो एड्स पर पैसा खर्च नहीं करती वह दूसरी कंपनी है टेस्ला । टेस्ला के फाउंडर एलोन मुस्क कहना है कि हम जो पैसा अपने प्रोडक्ट को बेहतर बनाने में खर्च कर सकते हैं वह हम पर क्यों खर्च करें? उन्हें लगता है प्रोडक्ट अच्छे होंगे तो खुद ब खुद बिकेंगे। है ना दोस्तों कमाल की सोच!