दोस्तों, हमने पोलीगेमी या बहु विवाह के रिवाज़ अलग अलग धर्मों और प्रांतों में खूब देखें हैं। कहीं भौगोलिक परिस्थितिओं के कारण तो कहीं सामाजिक ताने बाने के चलते मर्दों को एक से ज्यादा शादियां करते तो आपने सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे ही देश के कई हिस्से में महिलाओं का एक से ज्यादा विवाह करने का रिवाज़ भी प्रचलन में रहा है ? अगर नहीं दोस्तों तो बतादूँ मैं बात कर रहा हूँ हिमाचल प्रदेश के किन्नौर प्रान्त की |यहाँ के कुछ इलाकों में आज भी इसका चलन जारी है। ज्यादातर होता क्या है कि दो या तीन भाइयों की शादी एक ही महिला से करवा दी जाती है जिससे ज़मीन जायदाद का बंटवारा नहीं होता। साथ ही शादी तोड़ने वालों के लिए नियम बहुत सख्त होते हैं और उन्हें जायदाद से बेदखल भी किया जा सकता है और बहिष्कार का सामना भी करना पढ़ सकता है। किन्नौर के अलावा पॉयंड्री कहलाए जाने वाली यह प्रथा नीलगिरि की तोडा जनजाति त्रावणकोरे के कुछ इलाकों आदि में भी चलन में रही है लेकिन अब इसका चलन सिर्फ हिमाचल और उत्तराखंड के नार्थ वेस्ट बॉर्डर के आसपास के इलाके में ही बचा हुआ है।
ऐसी जगह जहाँ पुरषों की नहीं बल्कि होती है औरतों की अनेक शादियाँ |
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