
क्या आप स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का इतिहास जानते हैं?
दोस्तो, दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति भारत की स्टेचू ऑफ़ यूनिटी है जो सरदार वल्लभभाई पटेल की कंस से बानी एक विशाल प्रतिमा है। इसका comparison अक्सर अमेरिका में मौजूद स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी से किया जाता है लेकिन दोस्तों क्या आप इस स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का इतिहास जानते हैं? क्या आप जानते हैं की अमेरिका की यह आइकोनिक मूरत अमेरिका में बनी भी नहीं थी बल्कि यह एक गिफ्ट था।
जी हाँ दोस्तों यहाँ स्टेचू ऑफ यूनिटी भारत के गुजरात में सरदार सरोवर डैम के निकट बनी थी वही अमेरिका की स्टेचू ऑफ़ यूनिटी को फ्रांस में बनाया गया था और फिर यह अमेरिका को एक तौफे के तौर पर भेजा गया था। फ्रेंच पोलिटिकल थिंकर एडुआर्ड रेने दे लबोलाये अमेरिका में लोकतंत्र के 100 साल पूरे होने और अमेरिका और फ्रांस की दोस्ती की यादगार में एक मूर्ति बनवाना चाहते थे उन्होंने अपने रईस सहयोगिओं और जनता से पैसा इक्क्ठा किया और sculpture फ्रेडरिक बर्थोल्डी और एइफ्फेल टावर वाले गुस्तावे एइफ्फेल के साथ मिलकर यह 151 फट और 1 इंच मूर्ति त्यार की।इस मूर्ति को फिर पार्ट्स में डिसअसेंबल करके पहले अमेरिका पहुंचाया गया और फिर इसे समुन्द्र में एक बेस बनाकर फिर से जोड़ा गया और आज भी यह स्टेचू लिबर्टी आइलैंड पर न्याय आज़ादी और लोकतंत्र की मशाल लिए खड़ा है।