टोटल सोलर एक्लिप्स कभी भी 7 मिनट और 31 सेकण्ड्स से लम्बा क्यों नहीं हो सकता!

आज का योर ओन फैक्ट हमे आज लिखा है अभिजीत कुमार सिंह जी ने। अभिजीत बताते हैं की एक पूर्ण सूर्य ग्रहण या फिर टोटल सोलर एक्लिप्स कभी भी 7 मिनट और 31 सेकण्ड्स से लम्बा नहीं हो सकता।लेकिन ऐसा क्यों है आईये समझते हैं।

दोस्तों आप यह तो जानते ही होंगे की सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चाँद पृथ्वी और सूरज के बीच आकर उसकी लाइट को ऑब्स्ट्रक्ट करता है टोटल एक्लिप्स में मून सन को पूरी तरह से धक् लेता है जबकि पार्शियल एक्लिप्स में सनलाइट का कुछ ही हिस्सा चाँद ब्लॉक कर पाता है। अब अर्थ और मून दोनों के ऑर्बिट में 5 डिग्रीज के फर्क के चलते यह टोटल एक्लिप्स theoretically 7 मिनट 31 सेकण्ड्स से ज्यादा नहीं देखा जा सकता।

फिलहाल आज तक तो इतना लम्बा टोटल एक्लिप्स नहीं देखा गया है लेकिन साइंटिफिक कॅल्क्युलेशन्स के मुताबिक 16 जुलाई 2186 के दिन इतिहास का सबसे लम्बा पूर्ण सूर्यग्रहण 7 min और 28 सेकण्ड्स दरशन का लगेगा। लेकिन तब हम भी न होंगे और आप भी नहीं इसीलिए लोड मत लीजिये और अगर आपने आज कुछ नया सीखा हो तो इस पोस्ट को खुद तक सिमित न रखें कम से कम अपने 5 और दोस्तों के साथ इस पोस्ट को शेयर करें और उन्हें भी करदें factified।

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