
सबसे कड़ी सजा होती है कोर्ट मार्शल की सजा !!
दोस्तों सेना में बहादुरी के साथ साथ जिस चीज की सबसे ज्यादा जरुरत होती है वो होता है अनुसाशन। जब सेना को कोई जवान या अधिकारी नियमों को तोड़ता है तो उसके अपराध के हिसाब से उसे सजा दी जाती है। इन्हीं सजाओं में सबसे कड़ी सजा होती है कोर्ट मार्शल की सजा। दोस्तों इस से पहले की आप कोर्ट मार्शल समझे यह याद रखें की भारतीय सेना अभी भी ब्रिटिश द्वारा बनाये गये सैन्य न्याय व्यवस्था का पालन कर रही है जबकि इंग्लैंड ने उसे खुद भी बदल लिया है।कोर्ट मार्शल एक तरह की कोर्ट होती है. जो खास आर्मी कर्मचारियों के लिए होती है।
इसका काम आर्मी में अनुशासन तोड़ने या अन्य अपराध करने वाले आर्मी मैन पर केस चलाना उसकी सुनवाई करना और सजा सुनाना होता है। ये ट्रायल मिलिट्री कानून के तहत होता है और यह इन तीन सीटुएशन्स में किया जाता है। 1, जब जवान सेवा में हो ,जब वो भारत के बाहर हो,जब वो सीमा पर हो (सीमा से भाग जाना इत्यादि)इस कानून में 70 तरह के अपराधों के लिए सजा का प्रावधान है। वही आपको बतादे की बलात्कार ,हत्या या फिर गैर इरादतन हत्या के मामलों में कोर्ट मार्शल नहीं किया जाता और ऐसे मामलों को सिविल पुलिस को सौंप दिया जाता है |