
हमें करंट क्यों लगता है?
दोस्तों, कभी आपने बिजली का झटका खाया है पूरा शरीर कांप जाता है. लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं की हमें करंट क्यों लगता है। नहीं न दरअसल जब हमारे शरीर से बिजली या करंट फ्लो करता है तब दो चीज़ होती हैं। लाइव वायर छूने पर करंट हमारे शरीर मे सबसे पहले बढ़िया कंडक्टर ढूंढता है जो हमारी बॉडी में उसे ब्लड के रूप में मिल भी जाता है। दोस्तों हमारे ब्लड में हीमोग्लोबिन पाया जाता है यह हीमोग्लोबिन सीधे तौर पर लोहे के ही अणु होते है और यह तो हम सब जानते हैं की लोहा इलेक्ट्रि करंट का बढ़िया कंडक्टर होता है। अब होता यह है कि करेंट लगने पर हमारे शरीर का हीमोग्लोबिन करंट की स्पीड से दौड़ने लग जाता है और नर्वस सिस्टम से हमारे दिमाग को बिजली की स्पीड से सिग्नल्स मिलने लगते है जिसकी वजह से हमे झटके लगते है! हमारा दिमाग इतने सारे सिग्नल्स को समझ नहीं पाता और कंफ्यूज हो जाता है।करंट लगने पर हमारी बॉडी के फ्लुइड्स सूख जाते है और कहीं जगह जख्म बन जाते है वर्स्ट केस सिनेरियो में वोल्टेज अगर ज्यादा हो तो यह करंट शरीर को बेहद ज्यादा गर्म या फिर आग भी लगा सकता है ।