16 अरब रूपए के भारी भरकम बजट से मुंबई स्थित बांद्रा वोर्ली सीलिंक भारत की मेगा कंस्ट्रक्शंस में शुमार है। साढ़े पांच किलोमीटर लंबे इस पुल के बनने से बांद्रा और वर्ली के बीच ट्रेवल में लगने वाला समय अब 45 मिनट से घटकर मात्र 7-8 मिनट हो गया है नहीं फैक्ट यह नहीं है। फैक्ट यह है की इस पुल को बनाने में में पृथ्वी के सरकमफेरेंस जितनी लम्बी स्टील (इस्पात) के तारों का इस्तेमाल किया गया है। इस पुल के निर्माण में तक़रीबन 2 लोगों ने अपने श्रम का योगदान दिया। इस पुल का वज़न लगभग 50 अफ़्रीकी हाथियों के वज़न जितना है।
इस पुल को बनाने के लिए पृथ्वी के सरकम्फ्रेंस जितना लंबा लगा है तार!
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