दोस्तोँ किसी स्टोर या सुपरमार्केट में सामान खरीदते वक़्त आपने देखा होगा की बिलिंग काउंटर पे आदमी झट से सामान को स्कैन करता है और वह बिलिंग में ऐड होता जाता है लेकिन दोस्तों क्या आपने कभी यह सोचा है की कंप्यूटर को यह पता कैसे चलता है की वह कौनसा सामान था अगर जानते हैं दोस्तों तो अपने बाकि भाइयों के लिए बतादूँ की मशीन उस समान को देखकर यह पता नहीं लगाती की वह केचप है या सोप बल्कि हर प्रोडक्ट पर छपे इस ख़ास लाइन्स वाले बार कोड को स्कैन करके प्रोडक्ट को पहचानती है जो हर तरह के प्रोडक्ट पे यूनिक माने अलग होता है।
अब सवाल यह उठता है की यह यूनिक बार कोड्स बनाता कौन है? तो दोस्तों बतादूँ की यह barcode मशीन रीडेबल कोड्स होते हैं नंबर्स और कुछ अलग अलग साइज की लाइन्स का एक यूनिक कॉम्बिनेशन जो किसी कमोडिटी पे प्रिंट होता है। इस barcode में प्रोडक्ट का प्राइस ,वेट, डेट ऑफ़ मनुफैक्रिंग, मैन्युफैक्चरर का नाम यह सब इनफार्मेशन एनकोडेड होती है।