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Glow & lovely आपको गोरा कैसे करती है?

दोस्तों गोरे रंग को लेकर हम भारतियों का obsession किसी से छिपा नहीं है. लड़का हो या लड़की…उसे उसकी काबलियत से कम उसके चेहरे के रंग से ज्यादा आंका जाता है…और हमारे इसी obsession का फायदा उठाती है फेयरनेस क्रीम बनाने वाले कम्पनीज ..भारत में इस फेयरनेस इंडस्ट्री की शुरुआत fair & lovely क्रीम ने सं 1975 में की थी और पिछले 46सालों से ये ब्रांड इंडियन ही नहीं बल्कि एशिया और अफ्रीका तक की फेयरनेस मार्केट पर मानो राज कर रहा है….आज भी कईं इंडियंस के लिए फेस क्रीम का मतलब फेयर एंड लवली ही है.लेकिन इसे इस्तेमाल करते हुए क्या आप में से किसी के भी मन में यह सवाल आया की आखिर यह क्रीम हमे गोरा कैसे करती है और यह की इस क्रीम को बनाया कैसे जाता है?

अगर नहीं तो बने रहे मेरे साथ अगले कुछ मिनटों के लिए और मुमकिन है आपके ऐसे सभी सवालों का जवाब आपको मिल जाएगा 

दोस्तों फेयर एंड लवली जिसका नाम बदलकर अब ग्लो एंड लवली कर दिया गया है एक बेहद ही पॉपुलर इंडियन स्किन प्रोडक्ट है जो भारत के अलावा पाकिस्तान इंडोनेशिया श्रीलंका म्यांमार सिंगापुर बांग्लादेश थाइलैंड और मलेशिया जैसे देशों में भी खूब बिकता है!अफोर्डेबल प्राइज और इंस्टेंट ब्रिघटनिंग रिजल्ट के चलते ये हर वर्ग के ब्यूटी प्रोड्क्ट्स में शामिल है… 2020 में blacklivesmatter movement के उफान में आने के बाद हिंदुस्तान यूनिलीवर ने फेयर एँड लवली का नाम बदलकर ग्लो & लवली कर दिया था….

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Composition of fair and lovely 

दोस्तोँ बात करें ग्लो एंड लवली के कम्पोजीशन की तो इसे बनाने के लिए जो मैन इंग्रेडिएंट लगते हैं उनमें मिल्क ग्लिसरीन वाटर अल्कोहल और 20 तरह के अलग अलग चेमिकल्स का इस्तेमाल होता है…लेकिन इसके सबसे इम्पोर्टेन्ट इंग्रेडिएंट माने जाते है स्टीरिक एसिड & niacinamide ….niacinamide की ही तरह मरकरी और हीड्रोक्विनोन भी इस फेयरनेस क्रीम में whitening एजेंट का काम करता है दोस्तों बतादूँ की कईं ब्यूटी प्रोडक्ट्स में इन केमिकल का इस्तेमाल काफी आम बात है…लेकिन हैरानी होगी आपको यह जानकार की इनके रेगुलर इस्तेमाल से स्किन डिसीसेस से लेकर लिवर इश्यूज behavioural डिसऑर्डर्स किडनी फेलियर और प्स्य्चीटेरिक प्रोब्लेम्स तक भी फेस करनी पढ़ सकती है.इस प्रो़डक्ट पर हुई कई लेब रिसर्चस के बाद कई देशों ने इसे बैन भी कर दिया था…पिछले ही साल नार्वे ने इस क्रीम को अपने देश में बैन कर दिया था जिसकी वजह क्रीम में मौजूद मरकरी था… दोस्तों यह मल्टीनेशनल कम्पनीआं लोगों को ट्यूब में ज़हर भर भर के खुले आम बेच रहीं हैं और इस सब के बावजूद भी लोग गोरा होने की चाहत में अंधे हुए जा रहे हैं.

अब दोस्तों आईये मिलकर समझते हैं की यह क्रीम आखिर आपको गोरा करती कैसे है.

तो दोस्तों जैसा की आप जानते हैं की हर इंसान की स्कीन का कलर उसकी स्कीन में मौजूद मेलेनिन पिग्मेंट पर निर्भर करता है……..अब फेयर एंड लवली चेहरे पर लगाने से होता क्या है की इसमें मौजूद niacinamide जैसे whitening एजेंट्स स्कीन में मौजूद इस मेलेनिन को ही नष्ट करने लगते है जिस से चेहरे के डार्क स्पॉट्स और टैनिंग काम होने लगती है और स्कीन फेयर और ग्लोइंग नजर आने लगती है…..लेकिन चूंकि यह एजेंट्स स्कीन में मेलेनिन की क्वांटिटी को सिर्फ कुछ वक्त के लिए ही कम करता है इसलिए कुछ समय बाद स्कीन दोबारा अपने पुराने सेड में वापस आ जाती है…क्रीम को इस्तेमाल करने से स्कीन बाहर से तो गोरी नजर आती है लेकिन क्रीम में मौजूद niacinamide मरकरी जैसे केमिकल स्कीन सेल्स को इंटरनली डेमैज करने का काम करते हैं जिससे स्कीन पहले से ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है और अगर आप इस क्रीम को लम्बे वक़्त तक इस्तेमाल करेंगे तोहआपकी बाहरी त्वचा बेजान सी नज़र आने लगेगी

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इंडस्ट्री मार्किट वैल्यू

 दोस्तों मिंट की 2020 में आयी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर 10 महिलाओं में से 7 महिलाएँ फेयर एँड लवली इस्तेमाल करती है…और इस कंपनी का मार्केट साइज 2 करोड़ का है…जो 5 करोड़ की इंडियन फेयरेनस मार्केट का 40 प्रेसेंट है…. खैर ये कहानी सिर्फ फेयर एंड लवली की नहीं है वर्ल्ड 10 प्रेसेंट से ज्यादा कॉस्मैटिक्स में स्टेरिओड्स हीड्रोक्विनोन एसिड और मरकरी का इस्तेमाल होता है फिर कंपनियां से लीगल तरह से इस्तेमाल करे या छिपा कर….लेकिन यहां पर गलती इन कॉस्मैटिक ब्रांड से ज्यादा गलती हम लोगों की है जो गोरेपन की चाहत खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारते हैं…

हमें सबसे पहले तो ये समझना होगा कि फेयर एंड लवली हो या फिर कोई और फेयरनेस क्रीम ……यह सभी प्रोडक्ट्स हमारी स्कीन की टेनिंग को काम ज़रूर कर सकती है …लेकिन हमारे कुदरती रंग को बदल नहीं सकते….क्रीम लगते ही चेहरे पर दिखने वाली ये ब्राइटनेस और गोरपन भी कुछ पल का ही होता है इसलिए मेरी मानो तो इस टेम्पररी गोरेपन का चक्कर छोड़ो…और कुछ निखारना ही है तो अपनी काबिलयत को निखारो अपने हुनर को निखारो..चेहरा अपने आप खूबसूरत हो जाएगा…और अपने चेहरे का ख्याल रखना चाहते हैं तो केमिकल्स से बनी इन क्रीमस की जगह एलोवेरा गुलाब जल और हल्दी जैसे देसी नुस्खे बेस्ट हैं…जो आपके चेहरे का नूर भी बरकरार रखेंगे और आपको कोई साइड फैक्ट्स भी नहीं होगा….उम्मीद है आज की इस पोस्ट ने आपकी नजरों से इस गोरेपन की एहमियत को थोड़ा काम किया होगा। आप फेयरनेस प्रोडक्ट्स की इस इंडस्ट्री और ग्लो एंड लवली जैसी क्रीम्स के बारे में क्या सोचते हैं? नीचे कमैंट्स में लिखकर ज़रूर बताना आपको ये पोस्ट इन्फोर्मटिव लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करना और उनके साथ तो पक्का करना जो ऐसी क्रीम्स के चक्कर में पड़े रहते हैं। 

आपका बहुत बहुत शुक्रिया.

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