Home इंडियन आर्मी चीन के मुकाबले कितनी है भारतीय सेना की ताकत

चीन के मुकाबले कितनी है भारतीय सेना की ताकत

इंडिया और चीन का रिश्ता: दोस्तों प्रधानमंत्री बाजपेयी जी ने एक बात कही थी. आप दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं,,, और अगर पडोसी चाइना जैसा हो तो इंडिया की टेंसन बढ़ना तो लाजमी हैं. वैसे कुछ सालो में आपने देखा होगा कि इंडिया और चाइना के बीच line of actual control के अक्रॉस तनाव आम बात हो गयी हैं. ऐसे में अगर कभी दोनों देशो के बीच वॉर होती हैं. तो इसमें जीत किसकी होगी और किसे मिलेगी करारी शिखस्त,,, आज हम आपको बताएंगे कि किसके पास हैं, विशाल सेना की ताकत,,, और किसके पास हैं दुनिया के सबसे एडवांस हथियारों का जखीरा ,,, तो दोस्तों दोनों देशो के डिफेन्स सिस्टम को जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ अंत तक…

हार या जीत का जवाब जानने से पहले हमें जाना होगा फ़्लैशबैक में… बात आज से 60 साल पहले की हैं जब ब्रिटेन के चंगुल से जादा हुआ हिन्दुस्तान अलग देश के रूप में अपनी पहचान बनाने, और बॉर्डर्स को सिक्योर करने में जुटा था. वहीं दूसरी तरफ हमेशा से दुसरो की सरजमीं पर नज़र गड़ाने वाले चीन ने 30 october 1962 को भारत पर हमले शुरू किये. दोस्तों उस दौर में भी हमने करीब एक महीने तक चालबाज़ चीनियों का डटकर मुकाबला किया. भले ही इस वॉर का रिजल्ट हमारे फेवर में नहीं था. लेकिन इस वॉर के बाद इंडिया ने अपने डिफेन्स सिस्टम पर जरुर ध्यान दिया. खैर ये तो थी हिस्ट्री की बात,,, लेकिन ये 21 सेंचुरी का इंडिया हैं. ये न सिर्फ अपने बॉर्डर की सुरक्षा करना बल्कि अपने दुश्मन देश की सीमा में घुसकर उसे सबक सिखाना भी जानता हैं.

Indian army v/s China army

जब भी दो देशो के बीच लडाई होती हैं तो सबसे पहले बॉर्डर पर तैनात सेनाएं एक दुसरे का सामना करती हैं. ऐसे में सबसे पहले ये जानना जरुरी हैं कि जमीन पर चीन या फिर इंडिया कौन किस पर भारी हैं. तो दोस्तों जानकारी के लिए आपको बता दूँ, कि इंडिया के पास करीब इस टाइम 14 लाख से ज्यादा एक्टिव जवान हैं. जबकि चाइना के पास करीब 22 लाख एक्टिव सैनिक हैं. हालाँकि रिज़र्व फ़ोर्स के मामले में हम इंडियन चाइना से काफी आगे हैं. हमारे पास 21 लाख सैनिकों की रिज़र्व फोर्सेज हैं. जबकि चीन के पास सिर्फ 5 लाख रिज़र्व जवान हैं. Global firepower की रिपोर्ट के मुताबिक,,, सिर्फ रिज़र्व फोर्सेस से मामले में ही नहीं.. टैंक और field artillery के मामले में भी भारत चीन से काफी आगे हैं. इंडिया के पास 4292 टैंक हैं. दूसरी तरफ चाइना के पास 3500 टैंक्स हैं. इसके अलावा चीन के पास 3,600 artilleries हैं, तो वहीं इंडिया के पास 4 हज़ार field artillery हैं. यही नहीं इंडियन और chinese दोनों ही सेनाए मॉडर्न वेपन्स से भी लेस हैं. People liberation army यानि चीनी सेना के जवानों की ख़ास बात ये हैं कि ये बिना हथियारों के भी मैदान में कुंग फु से दुश्मन को मात दे सकते हैं. जो भारतीय सेना के लिए हमेशा से ही टेंसन की बात रही हैं. हालाँकि हम भारतीय ख़ुफ़िया जानकारी के मामले में यानि की हमारा आईबी दुनिया के ख़ुफ़िया departments से काफी आगे हैं. और युद्ध जैसे हालातो में ख़ुफ़िया जानकारी का क्या रोल होता हैं, ये तो आप जानते ही होंगे. मतलब ये की वर्ल्ड की सबसे बड़ी आर्मी की धौंस दिखाने वाला चीन अगर कभी इंडिया से पंगा लेता भी हैं तो इंडियन आर्मी उसके इस मनसूबे को कामयाब होने नहीं देगी.

Indian airforce v/s chinese air force

ये तो थी आर्मी की बात अब जान लेते हैं आसमान में किसका पलड़ा ज्यादा भारी हैं. मजबूत इकॉनमी वाला चीन भले ही हथियारों की संख्या के मामले में हमसे आगे है. लेकिन मॉडर्न एयरक्राफ्ट से लैस इंडियन एयरफोर्स भी अब चीन को टक्कर देने में कहीं से पीछे नहीं है. इंडियन एयरफोर्स के पास जहाँ 2100 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं. तो वहीँ चीन के पास 32 सौ से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं. combat aircraft से लेकर dedicated attack aircraft और हेलीकाप्टर समेत हर मामले में चीन हमसे काफी आगे हैं. लेकिन जब से राफेल और sukhoi जैसे एयरक्राफ्ट इंडियन ऐर्फ़ोएके से बड़े में शामिल हुए हैं, उसकी ताकत पहले की तुलना में काफी ज्यादा बढ़ गयी हैं.हालाँकि ये भी सच हैं की राफेल के मुकाबले चीन के पास j20 chengdu हैं. लेकिन उस विमान के पास किसी तरह के युद्ध का अनुभव नहीं हैं. मतलब वॉर एक्सपीरियंस के मामले में वो पूरी तरह से जीरो हैं. तो आप समझ सकते हैं हैं वो मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लेस हैं. जबकि j20 chengdu को चीन ने बनाया हैं. पर मजाक में ही सही लेकिन चीन का माल तो पूरी दुनिया में अपनी खराब क्वालिटी के लिए बदनाम हैं. बाकि आपने Abhinandan Varthaman का नाम तो सुना ही होगा. जिन्होंने MiG-21 Bisons जैसे पुराने एयरक्राफ्ट से पकिस्तान के मॉडर्न फाइटर प्लेन को मार गिराया था. तो नंबर के मामले में दुनिया भर में भौकाल मचाने वाला चीन भारतीय वायुसेना के वासुसेना के सामने कितना टिक पायेगा. ये देखने वाली बात होगी. खैर एक वक्त वॉर में ऐसा जरुर आता हैं, जब संख्या से ज्यादा जवानों का जोश, जूनून और जज्बा ज्यादा काम आता हैं.
इसलिए अगर आपसे कोई ये कहे कि चीन कई मामलो में भारत से आगे हैं.और 1962 में करारी शिकस्त भी दे चूका हैं. तो आप 1962 वाले हिन्दुस्तान को भूलकर, अभी वाले मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस भारत को याद कर लीजियेगा. जिसकी सेना की डिमांड un के 30 आर्मी के लिए भी खूब होती हैं.

इंडिया vs चीन नेवी:

जमीन और आसमान के बाद अब बात करते है पानी की… इंडियन ocean में जड़े जमाने वाला चीन भारत को इस कदर घेरने की कोशिश में जुटा हैं. कि वो किसी भी तरह बाकि के पडोसी मुल्को को अपने साथ लाना चाहता हैं. अब आप sri lanka को ही देख लीजिये. वैसे इंडिया चीन की हर चाल पर नज़र रखे हुए हैं. तभी तो कोस्टल एरियाज की सिक्यूरिटी में हमेशा इंडियन नेवी और इंडियन कोस्ट गार्ड के जवान मौजूद रहते हैं. इंडियन नेवी के बेड़े में आईएनएस विक्रांत Karanj, Vela aur Arihant जैसी कई ऐसी submarines हैं.जो एडवांस टेक्नोलॉजी से पूरी तरह लैस हैं. हालाँकि चीन इसमें भी नंबर के मामले में इंडिया से काफी आगे हैं. इंडिया के पास 16 submarine, 10 destroyer और 139 coastal patrol ship हैं. जबकि चीन के पास 74 submarine, 36 destroyer और 220 coastal patrol ship हैं. कुल मिलकर चीनी सेना के बड़े में इनकी संख्या कुल मिलकर 777 हैं जबकि Global firepower की रिपोर्ट बताती हैं कि इंडियन नेवी के बेड़े में इन सब की संख्या 285 हैं. मतलब नंबर के बेस पर देखे तो चीन भारत से काफी आगे हैं. अब इस टेक्नोलॉजी वाली दुनिया में परमाणु वॉर की भी बात होने लगी हैं. तो लगे हाथ ये भी जान लीजिये कि इंडिया के पास 150 परमाणु हथियार हैं और चीन के पास करीब 320 हैं. ये सब उस पैसे की बदौलत हैं, जो चीन अपने डिफेन्स budget पर खर्च करता हैं. आप सुनकर चौक जायेंगे कि इंडिया अपने डिफेन्स बजट पर 7.1 billion dollar ही खर्च करता हैं. जबकि चीन 261 billion dollar सिर्फ डिफेन्स पर खर्च करता हैं. हालाँकि हमारी गवर्मेंट ने कुछ सालों में डिफेन्स का बजट जरुर बढाया हैं. लेकिन फिर भी कम बजट में भी इंडिया चीन की हर उस चाल का मुहतोड़ जवाब देने की कैपेसिटी रखता हैं. जिसका अंदाज़ा शायद उसे भी नहीं होगा. तो दोस्तों आज की इस विडियो में बस इतना ही… उम्मीद करता हु कि इस विडियो को देखने के बाद आप इंडिया और चाइना दोनों के जी डिफेन्स सिस्टम को बहुत अच्छे से समझ चुके होंगे.

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