Monks की 10 ऐसी सुपरपावर्स जो रियल लाइफ में Exist करती हैं !

दोस्तों हम आम इंसानों के बीच कई ऐसे सुपरह्यूमन भी रहते हैं जो हमारी तरह होते हुए भी कई अद्भुत शक्तियों के मालिक है …और वो Superhumans है Monks……Monks को अद्भुत ताकतों का मालिक बनाने वाले बौद्धि धर्मा थे…जो दक्षिण भारत से चाइना गए थे और वहां उन्होंने Shaolin Martial Art की शुरुआत की थी…
और उनकी ही बदौलत Monk अब ऐसी अद्भुत ताकतों के मालिक बन चुके हैं जो आपने केवल फिल्मों में सुपरहीरोज के पास ही देखी होंगी…
और आज फैक्टिफाइट के इस वीडियो मैं आपको Monks की 10 ऐसी सुपरपावर्स के बारे में बताने वाला हूं.. जो रियल लाइफ में Exist करती हैं
पानी पर दौड़ना और दीवार पर चलना आपने कई फिल्मों में सुपरहीरोज को पानी में चलते और दौड़ते देखा होगा..
अब हम सुपरहीरो वाली फिल्मों के कितने भी बड़े फैन हो लेकिन हम सब जानते हैं कि ऐसा करना इमपॉसीबल है…पर Shaloin Monk के लिए नहीं…
चाइना के Monk Shi Liliang ये सुपरपावर हासिल कर चुके हैं…
Shi Liliang पानी पर दौड़ने के लिए पतली लकड़ी पट्टियों का सहारा लेते हैं जो उन्हें कुछ मिलि सेकेंड्स के लिए ठहरने का मौका देती है…
और इस तरह वो पानी में दौड़ने में कामयाब हो जाते हैं….Shi Liliang पानी में 120m मीटर तक दौड़ सकते हैं…
वहीं चाइना के कुछ Monks दीवार पर चलने का कारनामा भी कर चुके हैं…
और अगर आप भी पानी और दीवार पर चलने की इस सुपरपावर को हासिल करना चाहते तो
आपको भी इन Shaloin Monks की तरह अपने दिमाग और शरीर पर काबू पाना होगा और बैलेंस करना सीखना पड़ेगा… शरीर के तापमान को नियंत्रित करना ( Power of Controlling Body Temperature )
दोस्तों कैसा होता अगर मौसम के हिसाब से हम अपने शरीर का तापमान Adujst कर पाते….
अब हम मैंगो लोग ऐसा भले ही ना कर पाएं लेकिन Monks के पास जरुर Body Temperature Control की ये सुपरपावर होती है….
1980 में कुछ साइंटिस्ट ने हिमालय पर रहने वाले Monks के Body शरीर का परीक्षण किया था …जिसके बाद उन्हें पता चला कि हिमालय पर रहने वाले ये Monk अपने बॉडी टेम्परेचर को 17 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ा सकते हैं…जो हम जैसे आम इंसानों के लिए करना नामुनकिन है..
दरअसल Monk सालों तक लगातार मेडिटेशन करते हैं जिससे वो अपने शरीर पर नियंत्रण करना और उसे मौसम के मुताबिक ढालना सीख जाते हैं…Monk अपने आप को आंतरिक रुप से मजबूत करने के लिए झरनों के नीचे, बर्फ और आग के पास बैठकर ध्यान लगाते हैं….जिसे इनका शरीर हर मौसम को सहने के लिए तैयार हो जाता है

बाहुबली Monks ( Strength)
Monks का शरीर भले ही दिखने में हल्क जितना बड़ा ना हो लेकिन इनका शरीर हल्क से ज्यादा शक्तिशाली होता है और लोहे के सामान मजबूत होता है.…
दरअसल Monks की ट्रेनिंग 6 साल से भी कम उम्र से शुरु हो जाती है…
शुरुआती ट्रेनिंग में एक पांव पर खड़े रहकर बैलेंस बनाना, पेड़ों पर घंटों लटके रहना और चार पांव पर जानवरों की तरह दौड़ लगाना जैसी बैसिक ट्रेनिंग होती है और जैसे-जैसे ये Monk बड़े होते है इनकी ट्रेनिंग और टफ हो जाती है…
ट्रेनिंग के दौरान इन्हें Martial Arts की सारी फोर्म सिखाई जाती हैं.…साथ ही शरीर को मजबूत बनाने के लिए शरीर को खूब पेन भी दिया जाता है…. ऐसी ही एक ट्रेनिंग Iron head …
जिसमें Monk के सिर को लोहे जैसा मजबूत बनाने के लिे उस पर बार-बार वार किया जाता है..इस ट्रेनिंग के दौरान Monk के सिर पर बांस के डंडों से बार-बार वार किया जाता है…
शुरुआती ट्रेनिंग में Monk के सिर को कई कपड़ों से ढकने के बाद डंडों से वार किया जाता है..लेकिन धीरे धीरे कपड़ों की ये लेयर कम होती जाती है…
Monk अपने सिर को मजबूत बनाने के लिए रोजाना कई घंटे अपने सिर को दीवार पर भी मारते हैं…इस तरह इनका सिर पत्थर जितना सख्त हो जाता है…
Monk के शरीर के दूसरे अंगों को भी ऐसे ही खतरनाक दर्द से गुजरना पड़ता है…
लेकिन ट्रेनिंग में मिले इसी दर्द के कारण Monks का शरीर लोहे जितने मजबूत हो जाता है
फिर इनके सामने दुनिया का खतरनाक से खतरनाक पहलवान क्यों ना आए जाए ये केवल अपने हाथ से उसे धूल चटा सकते हैं….
Monk Break Glass Through needles
Shaolin Monk की आयरन हैड और पानी पर चलने की सुपरपावर्ज ने अगर आपको नहीं चौकाया तो Monks की ये पावर तो जरुर आपके रोगंटे खड़े करने वाली है…..
Monk मेडिटेशन और ट्रेनिंग के दम पर ताकतवर तो बन जाते हैं लेकिन उनकी ताकत की असली परीक्षा होती है जब उन्हें एक पतली सुई से शीशे को भेदते हुए उसके दूसरी तरफ मौजूद गुब्बारे को फोड़ना होता है….
आमतौर पर जब भी शीशे पर वार किया जाता है तो पूरा शीशा टूट जाता है…
लेकिन Monk पूरे शीशे को नुकसान पहुंचाएं बिना इस पतली सुई को शीशे के आर पार भेद सकते हैं…
इस Technique को करने वाले Monks का कहना है कि इस कारनामे को करने के लिए focus और force की जरुरत होती हैं……
Monk अपनी पूरी ताकत को सुई में एकत्रित कर लक्ष्य पर ध्यान लगाते हुए शीशे पर वार करते हैं
जिससे सुई बिना पूरे शीशे को नुकसान पहुंचाए आर-पार हो जाती है …कई सालों तक लगातार अभ्यास करने के बाद Monk इस कारनामे को करने में सफल हो पाते हैं…
हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तकनीक सुई शीशे को नहीं भेदती बल्कि सुई पर लगी ताकत पार होकर गुब्बारे तक पहुंचती है और उस ऊर्जा गुब्बारा फटता है…

Hands Stand on Finger

दोस्तों आपने कई लोगों को हाथों के बल परफेक्ट हैंडसैंड करते देखा होगा पर क्या आपको पता है कि Shaolin Monks सिर्फ अंगुलियों पर परफेक्ट हैंडसेंड कर लेते हैं…Monk अपने पूरे शरीर का भार सिर्फ हाथ की अंगुलियों पर उठा सकते हैं…किसी आम इंसान के लिए ऐसा करना नामुनकिन है क्योंकि हाथों की अंगुलियां बहुत नाजुक होती है जो थो़ड़े से भार से ही फ्रक्चर हो सकती है…
लेकिन ये Monk Fingers HandStand में एक्सपर्ट होते हैं… अपनी अंगुलियों को मजबूत बनाने के लिए Monk कड़ी ट्रेनिंग करते हैं..
ये रोज अपनी अंगुलियों को लगातार कई घंटों तक पेड़ों पर इस तरह मारते हैं…..कि इनकी अंगुलियों से पेड़ों पर बड़े बड़े छेद हो जाते हैं..
ऐसा करने से अंगुलियां शुरुआत में डमैज तो होती है लेकिन रोज ये ट्रेनिंग करने से इनके हाथ की अंगुलियों लोहे जैसी मजबूत हो जाती है
ये बिल्कुल वैसा ही जैसा जिम में ट्रेनिंग करने पर मसल्स के साथ होता है…

लंबी आयु ( Agility & Immortality )
Monk की जीवन आयु आम इंसानों से ज्यादा होती है…कई सालों तक कड़ी ट्रेनिंग और Meditation के बाद monk अपने शरीर के मोटाबोलिज्म को नियंत्रित करना सीख जाते हैं…
आम इंसानों का शरीर नींद में जहां केवल 5 से 10 प्रेसेंट मोटाबोलिज्म ही कम कर पाता है वहीं Monk नींद में अपने मोटाबोलिज्म को 60 प्रेसेंट तक कम करने में सक्षम होते हैं .…
जिस वजह से वो बिना खाना पानी के भी लंबे समय तक आराम से जिंदा रह सकते हैं….

1927 में Buddhist monk Dashi dorju की Meditation करते हुए मौत हो गई थी…
उस समय उनकी उम्र 90 साल थी…..ध्यान की जिस स्थिति में Monk की मौत हुई थी..
उन्हें उसी स्थिति में लकड़ी के बॉक्स में रखकर दफना दिया गया था…
लेकिन जब 30 साल बाद 1973 में उनके शरीर को दोबारा देखा गया तो उनका शरीर नहीं गला था और एक जिंदा इंसान की तरह उनका वजन घट बढ़ रहा था….
दरअसल बरसों तक Meditation करते रहने के कारण Monk का शरीर मौसम की परस्थितियों के मुताबिक ढलना सीख चुका था और शरीर ने ये प्रक्रिया मृत्यु के बाद भी नहीं छोड़ी …. जिस वजह से कई सालों के बाद भी उनका मृत शरीर नहीं गला था….

Monk की अग्नि परीक्षा High-Pain Threshold
Monks की डिक्सनरी में डर और दर्द जैसे कोई शब्द नहीं होते और क्योंकि ट्रेनिंग के दौरान ये हर दर्द और डर का सामना कर चुके होते हैं इसलिए ट्रेनिंग पूरे होने पर इन्हें अपने दर्द और डर की असली परीक्षा देनी पड़ती है…
जापान में ट्रेनिंग पूरी होने पर Monks को प्रथा के मुताबिक दहकती आग के बीच गर्म पानी के बड़े से बर्तन में ध्यान लगाना होता है..
अब कोई आम इंसान तो ऐसा करने के बारे में सोच भी नहीं सकता…
लेकिन ये Monk घंटों गर्म पानी में बैठे रहते हैं…और इनके शरीर पर एक छाला तक नहीं पडता…
ऐसा इसलिए क्योंकि Monks ट्रेनिंग के दौरान आग पानी और ठंड में घंटों मेडिटेशन करते हैं
जिससे उनका शरीर पहले ही इस परीक्षा के लिए तैयार हो चुका होता है
Healing Power
आपने फिल्मों में कई बार देखा होगा कि सुपरहीरोज के पास खास तरह की हीलिंग पावर होती है
जिसे वो अपने शरीर के घावों को अपने आप ही ठीक कर लेते हैं ऐसी ही खास हीलिंग पावर Monks के पास भी होती है…
हां लेकिन Monk अपने शरीर को ठीक करने के लिए किसी मैजिक का इस्तेमाल नहीं करते ..
बल्कि योगा, Meditation और आयुर्वैदिक प्रैक्टिस से अपने शरीर के अंगों की सफाई करते हैं और उन्हें हील करते हैं….भारत के लेह लद्दाख में रहने वाले कई तिब्बतियन Monk Medical Practitionar हैं जो अपनी मेडिकल टेक्नीकस से यहां लोगों का इलाज करते हैं
Monks की इस मेडिकल Technique को यहां Amchi कहा जाता है …

Sixth Sense
Monk कई कई घंटों तक ध्यान में लीन रहते हैं…लेकिन इस दौरान भी उनके सारे Senses एक्टिव रहते हैं
और वो अपनी Sixth Sense के जरिए कई किलोमीटर दूर से आ रही आवाजों को भी साफ सुन लेते हैं ..
यही नहीं कई रिपोर्ट्स और स्टोरीज में ये भी दावा किया जाता है कि Monks के पास Telepathy और Mind Read करने की सुपरपावर भी होती है…अब इन रिपोर्ट्स और स्टोरीज में कितना सच है ये तो मैं नहीं जानता लेकिन क्योंकि Monks सालों तक मनुष्य शरीर का आतंरिक अध्ययन करते हैं इसलिए वो दूसरे मनुष्यों के केवल बॉडी लेंग्वेज को पढ़कर बता सकते हैं कि उस व्यक्ति के दिमाग में किस तरह के विचार आ रहे हैं या वो कैसा महसूस कर रहा है…….
Iron Crotch Kung Fu
किसी भी जीव का सबसे कमजोर अंग उसका प्राइवेट पार्ट होता है…..लेकिन Monk कई सालों तक Iron Crotch Kung Fu की ट्रेनिंग करते हैं जिसमें ये Monk अपने लोउर पार्ट को मजबूत बनाने के लिए रोज उसे घंटों हिट करते हैं …
शुरुआत में इन्हें दर्द होता है और कोई बार लोउर पार्ट डमैज भी हो जाता है …लेकिन कई सालों तक ऐसा करने से ये अपने लोउर पार्ट को आयरन जितना मजबूत बनाने में कामयाब हो जाते हैंजिसके बाद इन्हें अपने लोउर पार्ट पर किसी भी तरह का दर्द महसूस नहीं होता और ये अपने लोउर पार्ट्स से कई भारी भरकम सामान तक उठा लेते हैं ..
अब ऐसी सुपर पावर तो किसी सुपर हीरो के पास भी नहीं होगी…दोस्तों Monk भी जन्म के समय हमारे और आपकी तरह आम होते हैं लेकिन कई सालों तक कड़ी ट्रेनिंग, Meditation, पोषित भोजन के जरिए ये एक आम इंसान से सुपरह्यूमन बन जाते हैं….और आपके पास भी ये सुपरपावर हो सकती है लेकिन उसके लिए आपको भी इन Monks की तरह कड़ी ट्रेनिंग और तप से गुजरना होगा…तो अब जरा जल्दी से कमेंट करके मुझे बताओ Monks की किस सुपरपावर आप भी हासिल करना चाहते हो….

 

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