जो गूगल बाबा हमारी Problem Solve करते आ रहे है थे वो आज खूद परेशान है, आज गूगल को Al War का सामना करना पड़ रहा है और वो इससे कैसे निकले ये खूद गूगल को नहीं पता, क्यूंकी गूगल के सामने है Chatgpt .. और पूरी दुनिया अब गूगल से ज़्यादा इसे तवज्जो दे रही है.. अब सवाल ये है की Google और Chatgpt में किसकी जीत होगी? आइए जानते है वीडियो में इन सभी सवालों के जवाब…
एलन मस्क ने साल 2022 में चैट GPT को लाकर एक तुफान मचा दिया था..इसके आते ही गूगल को 2 महीने में 12 कारोड़ का नुकसान हुआ और चैट GPT ने इन 2 महीनों में 10 करोड़ युजर्स को जोड़ लिया था। जो सच में एक बहुत बड़ी बात है, गूगल को यहा तक पहुंचने के लिए ढाई साल तक का वक्त लगा था। पर चैट GPT के आने के बाद केवल गूगल ही परेशानी में नहीं है,.. बल्कि एडिटर, Lawer, राइटर, Artitech और IT Developer भी इस परेशानी से झूझ रहे हैं.., क्योंकि ऐसा माना जा रहा है की फ्यूचर में चैट GPT सबकी नौकारी खा सकता है।
देखा जाए तो चैट GPT की क्रिएटिव कैपेसिटी बहुत कमाल की है। अगर आपको एक वेबसाइट बनाकर तैयार करनी है तो गूगल आपको Professional Developer Suggest देगा करेगा.. या Youtube से कोडिंग सीखने की सलाह देगा। लेकिन चैट GPT में ऐसा नहीं है, बाल्कि ये आपकी पूरी कमांड फोलो करते हुए आपको डायरेक्ट एक कोड प्रोवाइड कर देगा, जिसे Run करके आप एक वेबसाइट तैयार कर सकते है वो भी एक दम फ्री में।
असल में चैट gpt में वो कोडिंग है की, ये किसी भी प्रोफेशनल काम को ज्यादा आसान कर सकता है ,,, मतलब ये इतना एडवांस है की गूगल के आधे बताए काम को ये पूरा कर देगा। कहते है किसी चीज के अगर इतने फायदे है तो नुकसान भी जरूर होते है, कुछ ऐसी कमजोरियां बाकि चैट bots की तरह चैट जीपीटी कि भी है। इसी कमजोरी के चलते ये गूगल से मात खा रहा है। सबसे बड़ी बात ये है की Chatgpt का अनलिमिटेड डाटा 2021 तक की लिमिट है।
जिसका मतबल ये है की आप इससे लेटेस्ट फिल्मो के रिव्यू माँगोगे तो इसका सर्ज इंजन बिल्कुल blank हो जाएगा। जबकि गूगल के साथ ऐसा नहीं है.. उसका हर प्रोसेसर हर सेकेंड अपडेट हो रहा है।
गूगल की खासियत है उसका रियल टाइम डेटा .. जैसे आप अपने फोन में Near by hospital, Restaurant और होटल गूगल के जरिए आसानी से dhoond सकते हो। लेकिन GPT पर सर्च नीयर रेस्टोरेंट करने से कोई इंफॉर्मेशन नहीं दिखता। और सबसे बड़ा इसका फॉल्ट है की आप इसपर पूरानी history चेक नहीं कर सकते।
इसलिए ये गूगल का मुकबला नहीं कर पा रहा। gpt कोई Information नहीं दे पाएगा तो पता लगना मुश्किल है कोई जानकारी सही है या फेक और कोई भी Information को verify भी नहीं किया जा सकता। वैसे gpt को टक्कर देने के लिए गूगल ने अपना गूगल बोर्ड भी तैयार कर लिया है। बस परेशानी आ रही है उसे लॉन्च करने में।
वो इसलिए क्योंकि गूगल का 80 परसेंट रेवेन्यू आता है वेबसाइट पर दिखने वाले एड से ,,, पर चैट बॅाक्स में एड की कोई जगह नहीं है और जब एडस नहीं होंगे तो रेवेन्यू कहां से आएगा। साथ ही किसी दूसरे चैट बॉटस से अपनी कपंनी को कम्पीट करने के लिए 80 परसेंट दाव पर लगा देना गूगल के लिए मुश्किल हो रहा है। आज की तारीख में गूगल के चैट बॉटस,, यूजर्स को इस हद समझने के काबिल है कि यह उनके वर्डस को भी प्रेडिक कर लेते हैं और इसलिए आने वाले वक्त में गूगल भी अपने चैट बॉटस को लॅान्च कर सकता है, और शायद तब वो असानी से chatgpt को बराबर की टक्कर दे सकेगा। खैर टक्कर भले ही इन दोनों की हो लेकिन इसका नुकसान employee को होगा, क्योंकि AI के आ जाने से सबसे ज्यादा जॅाब खतरे में हो सकती है।
हमें ये नहीं भूलना चाहिए की किन्ही दो कंपनी की वजह से या बहुत सी कंपनी के बीच AI वार में टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से ग्रो करने लगती है। और ऐसे में ये AI बोर्ड बहुत सारी जॅाब को खत्म कर सकता है, क्योंकि 10 लाख यूजर्स तक पहुंचने से जहां Netflix को साढे तीन साल लगे Airbnb को ढाई साल, फेसबुक को 10 महीने, Spotify को पांच महीने और इंस्टाग्राम को ढाई महीने और IPHONE को 74 दिन लगे। वहीं चैटजीपीटी ने ये माइल्स स्टोन अविश्वसनीय तीरके से सिर्फ 5 दिनों में कमा लिया। सबसे पहले CHATGPT को इस्तेमाल करने के लिए chat.open.com पर जाना होगा। जहा से आप जीपीटी अकाउंट बना सकते है और फिर आप अपनी मर्जी का कुछ भी सवाल पूछ सकते है, ये सिर्फ टैक्स ही नहीं AI फोटो भी बना सकते है।
ऐसे al जनरेट टूल्स आ गए है जो आपके टैक्स को फोटो में बदल देते है। वहीं साल 2014 में जब amazon ने हाइरिंग शुरू की तो उसमें AI का यूज किया तो उसमें देखा गया की, AI PROGRAM ज्यादातर मेल कैंडिडेट को ही shortlisted कर रहा है। ऐसा इसलिए हुआ क्यों AI जो सीखता है वो आसपास के माहौल को देखकर ही सिखता है, इसलिए इसके बाद Amazon ने Manually लोगों को शॉर्टलिस्ट करना शुरू कर दिया, जो दिखाता है की हर काम AI नहीं कर सकता। AI से अबतक 17 लाख नौकरियों पर असर पड़ा है और ऐसा अनुमान है यह आने वाले सालों में और भी बढ़ सकता है। 2017 में आई रिपोर्ट के मुताबिक अकेले भारत में ही AI की वजह से 12 करोड़ की नौकरियां चली जाएगी। साथ ही अमेरिका में भी 7.3 करोड़ की नौकरियों खत्म हो सकती है। ऐसी टेक्नोलॉजी फायदेमंद तो हो सकता है लेकिन फ्यूचर में ये हम इंसानों के लिए ही खतरा बन सकती है। दोस्तो आपको क्या लगता chatgpt गूगल को टक्कर दे पाएगी या नहीं।