28 हजार साल तक चलेगी कचरे से बनी ये बैटरी?.. और एक ऐसा देश जहां मर्दे ही परदा करता है. और क्यों। ग्रेनेड की पिन को दांतों से ही निकालते है हाथ क्यों नहीं?
नंबर-9
Smartphone की बैटरी चाहे कितनी भी अच्छी हो जाए… लेकिन हमारी एक ही Problem रहती है Charging। तो कैसा होगा अगर कोई Device लंबे टाइम तक चार्ज ही न करना पड़े.. असल में एक ऐसी Battery है जो आपकी ये Problem Solve कर सकती है..ये सुनकर उन लोगों के मुंह में पानी जरूर आया होगा..जो घंटो अपनी Girlfriend से Chatting करते रहते है…दरअसल Nano Diamond Battery ऐसी है, को किसी डिवाइस में लग जाए तो देर तक चलेगी। अब आप ये जानकर हैरान जरूर हो गए होंगे.. और इसे खरीदने का भी सोचने लगे होंगे। लेकिन पहले इसे बने का process जान लेते है। दोस्तों ये Nuclear reactor के Process से बनेगी।
जिसमें रेडियो एक्टिव यूरेनियम का यूज करके एनर्जी Production होती है..इन Power plant में एनर्जी बनाने के बाद Nuclear West बचता है..जो एक Normal कचरा नहीं होता..इसे Highly रेडियोएक्टिव कहते है। जो बेहिसाब एनर्जी को कई सालों तक स्टोर करके रख सकता है। और इसी का यूज करके इस तरह की बैटरी बनती है..और इसकी Life Cycle 28 हजार साल है। जो सच में ज्यादा है..यानी अब एक बार बैटरी चार्ज करो और लंबे टाइम तक की छुट्टी.
नंबर-8
दुनिया में कई ऐसे देश है जहां लड़कियों के लिए सख्त नियम है..Saudi में तो बिना हिजाब के माहिलाएं बाहर नहीं निकल सकती। लेकिन एक ऐसा देश भी है जहां की लड़कियां अय्याश है..और लड़के शर्मीले। ये सुनकर आप सोच में पड़ गए होंगे..लेकिन ये सच है..असल में वेस्ट Africa के नाइजर एक जानजाती है Tuareg। जो लड़कियों को हर काम की छूट देता है। और लड़को लगता है पंबादी है.. यहां लड़कियां खुली आजादी से घूमती है.. मजा करती है..रात-रातभर पार्टी करती है.। लेकिन लड़कों बिचारे इनसे अपना मुंह छुपाए घुमते है.. वो किसी लड़की को आंख उठाकर भी नहीं दे सकते। और तो और वहां की लड़किया एक साथ दो पति रखती है.. इसके अलवा यहां तलाक देने भी आम है..जी हां दोस्तो भारत में तो तलाक देने पर इसे बुरा मानते है..लेकिन यहां तो भई जश्न मनाया जाता है.. है न अजीब.. ये जगह भले शरीफ लड़कियों को पंसद न आए..ब्रिगेल लड़कियों के लिए ये जगह जन्नत से कम नहीं.
नंबर-7
अगर में कहूं दुनिया में एक ऐसा डिजल इंजन है जो सबसे पावरफुल और बड़ा तो..ये जानकर आप सर्च करने लग जाउगे.. दरअसल ये इंजन Wartsila RT flex96c है। जो 14 Cylinder का 2 स्ट्रोक इंजन है। और इसकी खसियात है की ये एक 17300 हॉर्स पावर को Produce करता है। जो काफी ज्यादा है। और बात करे इसके वेट की तो 2300 टन है। जो एक Normal Ship इंजन से भी ज्यादा है। RT flex96c 90 फीट लंबा और 40 फीट उंचा है..अब आप ये सोच रहे होंगे..इतना बड़ा इंजन है तो तेल भी ज्यादा Consume करता होगा..तो हां.. ये एक दिन में कम से कम एक लाख 52 हजार लीटर Consume करता है..जो इतना ज्यादा है की land Rover Defender इतने में 15 लाख से ज्यादा Distance को कवर कर लेगी। वहीं इस इंजन को साल 2006 में बनाकर तैयार किया गया। और इसे Emma Maersk Container Ship में यूज किया था। तो है न कमाल का इंजन.
नंबर-6
आपने अक्सर देखा होगा की Soldier Military operation के टाइम ग्रनेंड की पीनको दांतो से ही खोलते है..हाथ का यूज नहीं करते.. ऐसा क्यों.. असल में Military operation के टाइम Soldier के हाथ में राइफल होती है। ग्रनेंड यूज करने के लिए लगनी होती है ताकत.. क्योंकि ग्रनेंड के उपरी हिस्से में एक सैफ्टी पीन लगी होती..जो Loaded ग्रनेंड में फंसी होती है..जब इस पीन को कोई दांतो से बाहर की ओर खींचता है तो..पीन हट जाती है और स्ट्रेगर नीचे गिर जाता है..जो ग्रनेंड को एक्टीव करता है..और इसलिए Soldier operation के टाइम ये Trick यूज करते है।
नंबर-5
तेजस भारत में बनाया गया एक बेस्ट फाइटर जेट है.. लेकिन फिर भी इसे Indian Navy एयरक्राफ्ट करियर के लिए रिजेक्ट कर चुकी है। पर ऐसा क्यो है..ये सवाल तो आपके दिमाग में भी आया होगा…आखिर इतने Deadly दिखने वाले CRAFT में क्या खराबी है..? तो देखिए इसकी वजह ये है की तेजस एक सिंगल इंजन Fighter jet है। और ऐसे CRAFT को navy करियर के लिए Short रनवे पर टैक ऑफ के लिए एक्सट्रा एनर्जी देनी पड़ती है। जिसकी वजह से तेजस का काफी फ्यूल बर्न हो जाता है। और ऑपरेशन रेंज भी कम हो जाती है..जो 550 किलोमीटर होती थी वो अब 400 हो गई। तो इसलिए Indian navy तेजस को रिजेक्ट करके फाइटर की तरफ देख रही है। जैसे रफेल या रशिया का Mig 29। क्योंकि ये दोनों ही बेस्ट है।
नंबर-4
अपने कभी- न कभी लाइफ में Magnet का यूज तो किया होगा.. और ये भी मानते होंगे की इसे जमीन से निकला जाता है ..और इसे इंसान ही बनाते है..लेकिन कभी सोचा आखिर ये बनती कैसे है..तो चलिए जानते है..सबसे पहले जिस भी शेप का Magnet बनाना है..उसी शेप के मोल्ड को रेडी किया जाता है। फिर लोहे cobalt और nickel metal को mix करके..गर्म भट्टी में 1600 Degrees Celsius के Temperature पर रखकर मेल्ट किया जाता है। फिर मोल्ड को तोड़कर Magnet को अलग कर दिया जाता है। उसके बाद ही इसमें Magnetic Properties मिलाई जाती है। जो Electrical हिट से चार्ज करके जनरेट किया जाता है। और जितना ज्यादा Magnet Charge होगा। उतना ही पावरफुल होगा। तो देखा आपने ऐसे आपके घर तक पहुंचती है..ये छोटी सी चिपकने वाली Magnet।
नंबर-3
अपने Train में तो सफर किया होगा..और रूकने पर चाय का मजा भी लिया होगा। लेकिन कभी सोचा है..Train में ऐसी कौन सी डिवाइस लगी होती है..जो loco पायलट के सो जाने पर तुंरत ब्रेक लगा देती है। और तो और इस डिवाइस को कैसे पता चलता है की loco पायलट सो गया है..तो चलिए जानते..दरअसल हर Train में एक नहीं दो loco पायलट होते है। अगर इनमें से किसी एक को नींद आ भी जाए। तो दुसरा हैन्डल कर लेता है..लेकिन मान लो दोनों को एक साथ नींद आ जाए तो..क्या Train का Accident हो जाएगा..असल में ऐसा कुछ नहीं होगा। क्योंकि इसके लिए Train में एक डिवाइस होता है। अलेर्टर..ये तो आप जानते Train चलाते टाइम loco पायलट को स्पीड कम या ज्यादा करनी होती है। और टाइम To टाइम Horan भी यूज करना होता है। अगर ऐसे में Train का Driver 60 सेकेंड तक कोई reposes नहीं देता तो..ये अलेर्टर Device एक्टिवेट हो जाता है। alarm बजने लगता है। जिसमें अगर Driver ने 17 सेकेंड तक reposes नहीं दिया तो … अगली 17 सेकेंड में Train में Automatic ब्रेक लग जाता है। जिससे Train Accident होने से बच जाती है।
नंबर-2
आपने Showroom से कभी न कभी अपने पंसद की कोई गाड़ी तो खरीदी होगी। अगर नोटिस किया हो तो उसमें दो ऑप्शन मिलते है.. रियर Wheel Drive और Front Wheel Drive। लेकिन ये नहीं सोचा होगा की ये ऑप्शन क्यों मिलते है.. और ये RWD और FWD होता क्या है? ..असल में जब किसी कार में इंजन पिछे वाले टायर को पावर देता है..तो ये कार रियर Wheel Drive है। और जब किसी कार में इंजन अगे वाले टायरों को पावर देता है। तो ये कार Front Wheel Drive है? अगर इन Cars के Performers की बात करें तो रियर Wheel Drive की हैंडलिंग Front Wheel से बेस्ट होती है। और ये खराब रास्तों में भी Easily चल सकती है। और थोड़ी बहुत Of रोडिंग भी कर लेती है। जो शायद Front Wheel न कर सकें। क्योंकि ये सिर्फ City Road पर ही चल सकती है।
नंबर-1
हजारों टन की Ship को रोकने के लिए ऐसे Anchor समुंदर की सतह पर गिराए जाते है.. जिसके बाद इन Anchor की चैन समुंदर की सतह के साथ Friction करती है..और Ship को रोक लेती है..लेकिन क्या आपने कभी सोचा है Anchor कभी फैल हो जाए तो क्या होगा..दऱअसल ऐसा होना Impossible नहीं है..क्योंकि कई बार ये तेज हवा और लहरों की वजह से Fail हो ही जाते है..इसके बाद अगर Anchor गलती से Ship के होल को डैमेज कर दे तो..इसकी वजह से पूरी Ship डूब भी सकती है..ये तो कुछ नहीं.. Anchor बहुत Heavy होता है। इसलिए कई केस में अगर ये Out of Control हो जाते है तो. तब तेजी से पानी में जाते है.. जिसके बाद कोई घटना हो सकती है.. इससे Ship के आस-पास खड़े लोग भी मर सकते है। और अगर चैन Anchor से अलग हो गई तो ये दोनों समुंदर में गायब हो जाता है।