सर्दियों में AC का किराया क्यों लेती है रेलवे?…और एक ऐसा मंदिर जो रंग बदलता है? और दिल्ली के इस इलाके को मौजपूर के नाम से क्यों जाना जाता है.
Fact- 8
दोस्तो अगर अपने Train में सफर क्या है… तो ये Notice जरूर किया होगा कि.. सर्दियों में Ac नहीं चलता… फिर रेलवे ज्यादा पैसे चार्ज क्यों करती है? सबसे पहले ये जान ले… Train में लगे Ac…घरो के Ac से Different होते है… क्योंकि अगर आपने कोच के बाहर देखा हो… तो साफ-साफ लिखा होता है… वातानुकूलित यानी Air Conditioner… जिसका काम कोच को Cool ही नहीं… बल्कि गर्म रखना भी है… जो Environment के हिसाब से Work करता है… अगर बाहर का Temperature 40-50 डिग्री है… तो उस टाइम Train का Temperature 20-22 डिग्री रहता है…और ऐसा ही Winter Time में होता है… अगर बाहर 1 या 2 डिग्री है… तो Train में 18-20 डिग्री होगा…और इसके लिए AC में लगे हिटर को चलाया जाता है… और इसलिए Train में Ac का Charge लगता है… भई अब इसमें भी तो Electricity खर्च होती ही है.
Fact- 7
भारत के कई ऐसे मंदिर है… जो काफी प्राचीन है और उनके कई रहस्य है….. ऐसा ही एक मंदिर है… Rajasthan के Dholpur में… जो Achaleshwar Mahadev नाम से जाना जाता है… इस मंदिर में Mahadev की पूजा होती है… खास बात यहां रखे शिवलिंग की है… जो दिन में एक नहीं… बल्कि तीन बार रंग बदलता है… इस रहस्य को आजतक कोई सुलझा नहीं पाया है… ऐसा कहा जाता है कि.. अचलेश्वर मंदिर में शिव लिंग… सुबह लाल, दोपहर में केसर और शाम को गेहुंआ हो जाता है… जो काफी हैरान करने वाला है… इस मामले में… कुछ एक्पर्ट का कहना है कि.. ऐसा सूरज कि किरण पड़ने के कारण होता है… पर इसपर अभी वैज्ञनिक भी पता नहीं लगा पाए… 2500 साल पुराना बना ये मंदिर.. जितना चामत्कारी है…उतना खुबसुरत भी है… यहा लोग दूर-दूर से अपनी मनोकमाना लेकर आते है… वहीं बात करें इसमें रखी नंदी की मुर्ति की तो… ये अलग-अलग पांच तरह की Metal से मिलकर बनी है… जो वाकई शानदार तो है… वहीं इस मंदिर में आए भक्तों की श्रद्दा है.. अगर कोई कुंवारी लड़की…. इस शिवलिंग की पूजा करती है… तो उसे अपने सपनों का राजकुमार मिल जाता है..इसी वजह से यहाँ… कई लड़कियां हर सोमवार जल चढ़ाने जाती हैं.
Fact-6
दिल्ली में कई ऐसी इमारत है… जिसका अपना इतिहास है… उनमें से एक है… मौजपुर..इस नाम को सुनते ही आपके मन में… ये सवाल जरूर आया होगा… भई मौजपुर में क्या सब मौज करते है… नहीं दोस्तो ऐसा कुछ नहीं… दरअसल इसके पिछे एक दिलचस्प कहानी है… साल 1869 ये इलाका… एक गांव हुआ करता था… जो Rajokri नाम से जाना जाता था.. इसके बाद मौजुद्दीन नाम के एक शख्स ने इसे खरीदा …उसने इस इलाके को Deplove किया… और उसे नाम दिया मौजपूर… दोस्तो आज अगर आप यहां घूमने जाउगे… तो यकीन नहीं कर पाउगे.. यहां कभी खेत थे.. मेट्रो से लेकर… बड़े बड़े बाजार.. हर चीज देखने को मिलेगी… ये वहीं इलाका है.. जहा साल 2020 में दंगे हुए थे.. वैसे क्या आप कभी इस इलाके में गए हो.
Fact- 5
इंडिया में एक से एक ट्रेन चल रही है… और एक Normal Train में भी चार्जिंग Point दिया जा रहा है… ताकि लोग अपना Mobile Charge कर सके… पर भई ठंड भी बहुत हो रही है.. जिसकी वजह से लोग… ठंडा पानी भी नहीं पी रहे… अब ऐसे में अगर को पैसेंजर अपना इलेक्ट्रिक कैटल लगा ले… या मैगी बना ले… तो क्या होगा?
क्योंकि ट्रेन मे तो खाना भी बनता है और पानी भी गर्म होता है.. लेकिन ऐसा करने की परमिशन सिर्फ रेलवे वालों को ही होती है.
दरअसल रेलवे कि जिस कोच में खाना बनता है… उस कोच को Pantry Car कहा जाता है.. और उसमें वो सारे Arrangement होते है.. जो खाना बनाने के लिए जरूरी होते है.. वहीं रेलवे के बाकी कोच में.. ऐसी Facility नहीं होती.. क्योंकि Charging Point में Limited पवार Supply होती है… Mobile 100 से 250 वाट .. और Laptop 15V और 20V ही लेता है… जाबकि इलेक्ट्रिक कैटल 1500 वाट या उसे ज्यादा पवार Counsume कर लेता है … जिससे Short Circuit हो सकता है… और इसलिए रेलवे ने..इसे लेकर सख्त Rule बनाए है… अगर कोई ऐसा करता पकड़ा जाता है… तो रेलवे Under Section 147(A) के तहत … 1000 फाइन लगा सकता है…या आपको जेल का पानी भी पीना पड़ सकता है.
Fact-4
आपको फिल्म बाहुबली में दिखाया शानदार किला तो याद होगा..जिसे हम फिल्म स्टूडियो मे बनाया सेट मानते हैं..लेकिन ऐसा नहीं है जनाब..बल्कि Madhya Pradesh के Khargone मे एक ऐसा किला मौजूद है..जिससे इंसपायर होकर राजामौली ने अपनी फिल्म के लिए वैसा ही सेट बनवाया था.. महेश्वर किले के नाम से फेमस… ये किला 4500 साल पुराना है… इसके एक तरफ Vindhya Range है… तो वहीं दूसरी तरफ Satpura की पहाड़ियाँ है… जो वाकई बहुत ही सुंदर है… इस किले को राजमाता अहिल्या देवी के नाम से भी जाना था…जो मराठा सामन्त मल्हारराव होलकर की Wife थी.
Fact -3
ट्रेन मे टीटीई और TC मे क्या अंतर है? असल मे Travel Ticket Examiner यानी TTE को… Commercial department से Appoint किया जाता है, जिसका काम ट्रेन के अंदर बैठे… पैसेंजर के टिकट चेक करना होता है.. साथ ही ये देखना होता है… की, कोई इंसान बिना टिकट के तो सफर नहीं कर रहा… वहीं TC यानी Ticket Collector का काम होता है… प्लेटफॉर्म पर टिकट चेक करना… इनकी Duty रेलवे प्लेटफॉर्म के साथ-साथ.. एंट्री और एगजिट गेट पर लगाई जाती है.. ताकि ट्रेन से उतने वाले यात्रीयों का टिकट चेक कर सकें… और TC को भी रेलवे के Commercial department से ही… Appoint किया जाता है.
Fact-2
आज हम आपको एक ऐसी बर्फ के बारें में बताने जा रहे है… जो एक नहीं दो नहीं… बल्कि एक लाख साल पुरानी है… और इसका यूज दुबई कर रहा है… अब वो ऐसा क्यों कर रहा है… चलिए जानते है… Dubai यानी पैसा ही पैसा…इसलिए अपना अटपटा शौक पुरा करने के लिए… Dubai की Arctic Ice Company… ने Greenland Glacier से ही बर्फ का टुकड़ा… मँगा लिया… वो भी बस इसलिए… क्योंकि वो अपने गेस्ट को… लग्जरी Drink का मजा देना चाहता है… इस बर्फ के टुकड़े की खास बात ये है कि… ये आजतक किसी इंसान के टच में नहीं आया… और तो और.. ये इतना पुरना है.. जितना मान लो डायनसोर का जमाना.. आपको यह भी बता दे… ये कपंनी साल 2022 में शुरू हुई थी.. जो दुबई के Bar’s के लिए काम करती है…वैसे क्या आप भी… ऐसी Drink का मजा लेना चाहोगे.
Fact- 1
कार हो या बाइक अगर red light jump कर देते हो… तो भई लंबा चालान कट जाता है… पर ये रेड और ग्रीन सिग्नल… तो रेलवे के लिए भी होता है… अपने कभी सोचा है…अगर ये Train red light jump कर दे… तो क्या होगा …सबसे पहली बात तो ये…ट्रेन को रोकने के लिए… स्टेशन पर हरी या लाल झंडी का सिग्नल दिया जाता है… वहीं Light सिग्नल भी होता है… अगर ऐसी गलती करता है तो.. अब क्योंकि Train Electricity से चलती है… तो सबसे पहले वहीं कट की जाती है… और इसके बाद… लोको पायलट का मेडिकल टेस्ट करते है… ताकि पता लग सके… इसने कोई नशा तो नहीं किया.. अगर ऐसा होता है.. तो Suspend.. और अगर मेडिकल अनफिट है.. तो दुसरे Driver को भेजा जाता है.